नमस्कार दोस्तों ! ऑनलाइन जॉब अलर्ट के फुल फॉर्म पोर्टल में आपका स्वागत है | आज की पोस्ट में हम आपको एक ऐसे इलाज के बारे में बता रहे हैं जिसका इलाज दवाइयों से नहीं होता है | आज की पोस्ट में हम आपको बतायंगे कि ECT क्या है | ECT फुल फॉर्म | ECT Full Form in Hindi | ECT Meaning | ECT के प्रकार | ECT के दुष्प्रभाव आदि |
यह भी पढ़ें :
E.C.T Full Form (ECT in Hindi Meaning)
ECT तीन अलग अलग शब्दों को मिलकर बनाया गया एक शोर्ट फॉर्म है | जिसमें तीनों शब्दों के अर्थ इस प्रकार है –
- E- ELECTRO
- C-CONVULSIVE
- T- THERAPY
दोस्तों इस प्रकार ECT का मतलब या फुल फॉर्म होता है (ECT Full Form in English) Electro Convulsive Therapy | और हिंदी में ECT का अर्थ होता है “विद्युत चिकित्सा” । इसको आघात चिकित्सा और आम बोलचाल मे बिजली के झटके भी कहा जाता है ।
ECT क्या है (ECT Definition in Hindi)
ये एक मानव द्वारा बनाया गया एक उपकरण है | ये एक तरह की थेरपी है जिसे मानसिक बिमारी को ठीक करने के लिया दिया जाता है । इसमें विघुत करेंट के द्वारा मरीज को ठीक किया जाता है । इसका पहली बार उपयोग 1938 मे किया गया था ।इसका उपयोग पहले बय्पोलर डिसओर्डेर,डिपरेस्ंन, सिज़ोफेर्नीया के इलाज के लिये किया जाता था ।
मरीज को ये थेरपी देने से पहले उसको संज्ञाहरण के द्वारा नींद की स्थिति मे डाल देते है और साथ ही उनके मांसपेशियों को आराम करने के लिये दवाईयां दी जाती है? और फिर उनके खोपड़ी के टेम्पोरल एरिया में इलेक्ट्रोड लगा कर करेंट दिया जाता है जिसका टाईम 8 सेकंड तक होता है ।
ECT के प्रकार कितने है
ECT दो प्रकार है।
• Bilateral
• Unilateral
1. BILATERAL- इसके इलेक्ट्रोड को सर के दोंनो तरफ़ लगाते है।
2. UNILATERAL- इसके इलेक्ट्रोड को एक आगे वर्टेक्स पर लगाया जाता है, ओर दूसरे को खोपड़ी के दाई और लगाया जाता है।
ECT किन मरीजो को दिया जाता है ? (ECT Treatment)
ECT उन मरीजो को दिया जाता है जिन मरीजो मे दवाईयों का कोई असर नही होता है ये तीव्र अवसाद के रोगियों पर प्रभावी होता है। जो मरीज आत्महत्या करने की सोचते है उनमे भी इसका प्राभव बहुत अच्छा दिखाता है ।
ECT के दुष्प्रभाव क्या क्या है ?
इस थेरपी (ect therapy) को देने के बाद बहुत मरीजों की ये शिकायत होती है जैसे-
• सिर दर्द
• जबड़े मे दर्द
• अल्पकालिक स्मृति हानि का भी अनुभव कर सकते है कुछ मरीज।
बहुत से लोगों का ये मनानाहै की इस तरीके के थेरपी से मरीज को बहुत दर्द वा पीड़ा हो सकती है तथा ये सुरक्षित नही है।
पर ऐसा नही है ये एक बहुत सुरक्षित थेरपी है जिससे मरीज काफी हद तक ठीक हो जाते है।
निष्कर्ष :
दोस्तों आज की पोस्ट में हमने आपको एक ऐसे इलाज के सम्बन्ध में बताया है जिसका इस्तेमाल मानसिक बिमारी को ठीक करने के लिए किया जाता है | आज की पोस्ट में हमने जाना कि ECT क्या है | ECT Full Form | ECT Meaning | ECT के प्रकार | ECT के दुष्प्रभाव आदि |
अगर आपको हमारी पोस्ट पसंद आई होतो इसे अपने मित्रों के साथ जरुर शेयर करें. अगर आपके मन में इस पोस्ट को लेकर कोई सवाल है तो हमें जरुर लिखें,
हम अपने ब्लॉग ऑनलाइन जॉब अलर्ट के फ्री फॉर्मेट पोर्टल में हमेशा कुछ न कुछ उपयोगी जानकारी पोस्ट करते रहते हैं. इसीलिए आप हमारे ब्लॉग को जरुर सब्सक्राइब करें और हमारी मोबाइल एप को डाउनलोड करें.
जय हिन्द जय भारत