नमस्कार दोस्तों ! ऑनलाइन जॉब अलर्ट के फुल फॉर्म और हिंदी मीनिंग सेक्शन में आज APMC शब्द की जानकारी दी जा रही है | अगर आप एक किसान हैं या उससे जुड़े किसी संगठन के सदस्य हैं तो आपने APMC का नाम जरुर सुना होगा | लेकिन अगर आप इसके बारे में नहीं जानते तो आपको आज की पोस्ट ध्यान से पढनी चाहिए | क्योंकि आज की पोस्ट में हम आपको बताने जा रहे हैं कि APMC क्या है | APMC Full Form (APMC Ka full Form) | APMC Act Meaning | APMC के फायदे, आदि |
यह भी पढ़ें :
एपीएमसी फुल फॉर्म (Full Form of APMC)
दोस्तों सबसे पहले आपको बता दें कि APMC का मतलब या फुल फॉर्म होता है “Agriculture Produce Marketing
Committee” | और हिंदी में APMC को “कृषि उपज विपणन समिति” कहते हैं | किसान अपने अनाजों को उचित मूल्य पर बीच
सकें उसके लिए सरकार ने एक समिति APMC बनाई है |
APMC क्या होता है
किसान अपने अनाजों को उचित मूल्य पर बेच सके उसके लिए सरकार ने एक APMC समिति बनाई है | सरकार के एपीएमसी समिति बनाने से पहले किसान अपनी फसल को मंडी में जाकर बेचा करते थे | लेकिन अब वह अपनी फसल को स्वतंत्र रूप से पूरे भारत में कहीं भी बेच सकते हैं |
आजादी के बाद गांव के किसान अनाज को संपूर्ण वितरण प्रणाली साहूकार या व्यापारी को बेचते थे सुधारने के लिए 1970 के दशक में APMC एक समिति बनाई|
इससे बाजार तक किसानों की पहुंच की सुविधा में सुधार होगा संशोधन का कदम किसानों के हितों की रक्षा के लिए किया गया है जिससे वह कर्ज के बोझ में न फंसे|
APMC एक्ट विवरण
इस अधिनियम या ACT के अनुसार, राज्य को भूगोल और अन्य किसी प्रिंसिपल या उप बाजारों के आधार पर विभिन्न बाजारों
(APMC Market) में विभाजित किया जाता है।
- जब किसी विशेष क्षेत्र को बाजार क्षेत्र के रूप में घोषित किया जाता है, तो वह विशेष क्षेत्र बाजार की समिति के अधिकार क्षेत्र में आ जाता है| सिमिति में आने के बाद किसी अन्य व्यक्ति या एजेंसी को स्वतंत्र रूप से थोक में विपणन किसी भी गतिविधियों की अनुमति नहीं दी जाती।
- इन बाजार समितियों द्वारा प्रबंधित सभी बाजारों कागठन राज्य सरकार द्वारा किया जाता है |
- मार्केट कमेटी या समितियों में कुल 10-20 सदस्य हो सकते हैं, जो सरकार द्वारा निर्वाचित या मनोनीत किये जाते हैं | लेकिन इनका चुनाव बहुत ही जटिल समय में होता है |
- कृषि उपज से संबंधित सभी खरीद और वितरण सम्बंधित गतिविधियों को करने के लिए कमीशन एजेंटों या व्यापारियों को मान्यता देने की जिम्मेदारी बाजार समिति की ही होती है।
APMC के फायदे
- इस अनियम के अनुसार राज्य को भूगोल और अन्य किसी प्रिंसिपल या बाजारों के आधार पर विभिन्न बाजारों में विभाजित किया जाता है|
- एपीएमसी के माध्यम से किसान अब अपने अनाज को सीधा बाजार में जाकर बेच सकते हैं|
- किसानों की उपज के संबंधित खरीद और वितरण गतिविधियों को रोकने के लिए कमीशन एजेंटों और व्यापारियों को ऑथराइज करने की जिम्मेदारी बाजार समिति की होती है|
- किसानों को अपनी फसल की उपज को किसी भी खरीदार को बेचने के लिए स्वतंत्रता प्रदान कराई जाएगी|
- दूसरे किसान भी निर्यातक माल अब सीधे किसानों से खरीद सकते है और इसके लिए हमें एपीएमसी में जाने की आवश्यकता नहीं है|
निष्कर्ष :
दोस्तों आज की पोस्ट में हमने आपको भारत सरकार द्वारा किसानों को लाभ देने वाली एक सिमिति के सम्बन्ध में शानदार जानकारी दी है | आज की पोस्ट में हमने जाना कि APMC क्या है | APMC Full Form (APMC Ka full Form) | APMC Meaning | APMC के फायदे, आदि |
अगर आपको हमारी पोस्ट पसंद आई होतो इसे अपने मित्रों के साथ जरुर शेयर करें. अगर आपके मन में इस पोस्ट को लेकर कोई सवाल है तो हमें जरुर लिखें,
और सभी फुल फॉर्म एक साथ देखने के लिए यहाँ क्लिक करें |
हम अपने ब्लॉग ऑनलाइन जॉब अलर्ट के फ्री फॉर्मेट पोर्टल में हमेशा कुछ न कुछ उपयोगी जानकारी पोस्ट करते रहते हैं. इसीलिए आप हमारे ब्लॉग को जरुर सब्सक्राइब करें और हमारी मोबाइल एप को डाउनलोड करें.
जय हिन्द जय भारत