हमारे देश में कोई भी वाहन चलाने के लिए ड्राइविंग लाइसेंस की जरुरत पड़ती है. अगर आपके पास ड्राइविंग लाइसेंस नहीं है तो आपको जुर्माना देना होता है या जेल में भी जाना पड़ सकता है. इसीलिए आज हम आपको Driving Licence से जुडी बताने जा रहे हैं. आज की पोस्ट में आपको ड्राइविंग लाइसेंस फॉर्म कैसे भरें, मेडिकल फॉर्म, ड्राइविंग लाइसेंस के टेस्ट में आने वाले प्रश्न तथा ड्राइविंग लाइसेंस हेल्पलाइन नंबर की जानकारी दी जा रही है.
ड्राइविंग लाइसेंस हेल्पलाइन नंबर (Driving Licence Complaint Online)
अगर आप अपने आप ड्राइविंग लाइसेंस का फॉर्म भरना चाहते हैं तो आपके मन में कई सवाल होते हैं. और कई बार फॉर्म भरते समय समस्या खड़ी हो जाती है. ऐसे में हमें सहायता की जरुरत होती है. जिसके लिए RTO विभाग ने हेल्पलाइन नंबर ज़ारी किये हुए हैं. जहाँ आप फोन करके अपनी समस्या का समाधान निकाल सकते हैं.
Helpline Number for Driving License [+91-120-2459169]
यह परिवहन विभाग का मुख्य हेल्पलाइन नंबर (RTO Helpline Number) है, जिस पर आप लर्नर ड्राइविंग लाइसेंस या लाइट ड्राइविंग लाइसेंस से सम्बंधित कोई भी जानकारी ले सकते हैं. उदाहरण के लिए driving licence online apply करते समय फीस भी ऑनलाइन ही जमा करनी होती है. लेकिन इन्टरनेट की स्पीड कम होने या कनेक्शन कट जाने से फीस वाला पेज रुक जाता है. ऐसे में कई बार पैसे तो कट जाते हैं लेकिन फ़ीस जमा नहीं होती. तो इस समस्या का हल परिवहन विभाग के कस्टमर केयर वाले ही निकाल सकते हैं. वो आपको बतायंगे की आगे क्या करना है. आप आरटीओ हेल्पलाइन नंबर पर सुबह 6:00 AM बजे से रात 10:00 PM बजे तक बात कर सकते है.
परिवहन विभाग ने हेल्प के लिए एक ईमेल आईडी भी दी हुई है, जहाँ पर आप अपने समस्या का मेल भेज सकते हैं.
ड्राइविंग लाइसेंस हेल्पलाइन नंबर UP (Driving Licence Customer Care Number UP)
अगर आप उत्तर प्रदेश के निवासी है और परिवहन विभाग से सहायता लेना चाहते है तो आपको परेशान होने कि कोई जरुरत नहीं है, क्योंकि यहाँ भी आपको एक हेल्पलाइन नंबर पर सहायता मिल जाती है. जिसका नंबर यहाँ बताया जा रहा है.
RTO Contact Number UP- 18001800151
आरटीओ ऑफिस में अगर आपसे कोई ड्राइविंग लाइसेंस बनाने, परमिट ट्रांसफर कराने सहित किसी भी कार्य के लिए घूस मांगता है और आरटीओ के चक्कर लगाने को मजबूर करता है तो आप आरटीओ के अधिकारियों से शिकायत करने के बजाय सीधे इसी हेल्पलाइन नंबर पर कॉल कर सकते हैं
RTO Helpline इमेल आईडी है – helpdesk-sarathi[at]gov[dot]in
RTO Kya Hota Hai (RTO Full Form)
RTO का मतलब होता है क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय. यह कार्यालय भारत सरकार के सड़क परिवाहन और रह्मर्ग मंत्रालय के अधीन काम करते हैं. RTO की फुल फॉर्म होती है “Regional Transport Office“. यही RTO ही अपने एरिया में ड्राइविंग लाइसेंस ज़ारी करता है. इसके साथ RTO Office में रोड टैक्स, वाहन पंजीकरण, बीमा निरिक्षण, प्रदुषण निरिक्षण अदि के कार्य होते हैं.
- RTO हेल्पलाइन नम्बर – RTO Customer Care Number – Driving License Helpline Number
- Aadhaar Service-आधार कार्ड सेवायें
- Paytm हेल्पलाइन नंबर टोल फ्री
- लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस मेडिकल फॉर्म –
- लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस ऑनलाइन फॉर्म
- लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस का सैंपल टेस्ट
- लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस में कौनसे प्रश्न पूछे जाते हैं ?
- प्रिंट लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस ऑनलाइन
- ड्राइविंग लाइसेंस ऑनलाइन फॉर्म (लाइट )
- ड्राइविंग लाइसेंस की जानकारी ऑनलाइन निकालें
- मुख्य वेबसाइट
- इन नम्बर – RTO Customer Care Number – Driving License Helpline Number
- Aadhaar Service-आधार कार्ड सेवायें
- Paytm हेल्पलाइन नंबर टोल फ्री
- लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस मेडिकल फॉर्म –
- लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस ऑनलाइन फॉर्म
- लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस का सैंपल टेस्ट
- लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस में कौनसे प्रश्न पूछे जाते हैं ?
- प्रिंट लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस ऑनलाइन
- ड्राइविंग लाइसेंस ऑनलाइन फॉर्म (लाइट )
- ड्राइविंग लाइसेंस की जानकारी ऑनलाइन निकालें
- मुख्य वेबसाइट
लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस ऑनलाइन फॉर्म | DL Online Form
अगर आप अपना ड्राइविंग लाइसेंस फॉर्म भरना चाहते हैं तो आप अपने आप ही भर सकते हैं. इसके लिए आपको किसी एजेंट के पास जाने की जरुरत नहीं होती. हमने अपने वीडियो में स्टेट बाई स्टेप जानकारी दी है. आपको बता दे की ऑनलाइन फॉर्म भरने से पहले आपके पास अपनी पहचान या पते का एक प्रूफ और अपनी उम्र का एक प्रूफ होना चाहिए. क्योंकि इसकी सॉफ्ट कॉपी फॉर्म में अपलोड करनी होती है.
इसके अतिरिक्त अगर आपकी उम्र 40 साल से अधिक है तो आपको अपना मेडिकल फिटनेस फॉर्म भी अपलोड करना होता है. यह मेडिकल प्रमाण पत्र आपको अपने नजदीकी सरकारी हॉस्पिटल से बनवाना होता है. और अगर आपकी उम्र 40 साल से कम है तो आपको अपने मेडिकल प्रमाण पत्र बनवाने की जरुरत नहीं होती है.
पते के एड्रेस प्रूफ में निम्न दस्तावेज लगवाए जा सकते हैं :
- आधार कार्ड.
- वोटर आईडी
- पासपोर्ट
उम्र या एज प्रूफ के लिए मान्य दस्तावेज :
- हाई स्कूल का प्रमाण पत्र / सनत
- पैन कार्ड